दुनिया का सबसे पुराना ग्रंथ कुरान बाइबल या वेद BY Acharya Yogesh Bhardwaj Ji || Vaidik Prachar
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- Опубликовано: 6 июн 2024
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#Vaidikprachar #Aryasamaj #Swamidayanand
वेदों में लिखा है अगर शूद्र वेद सुन ले तो उनके कानों में पिघला हुआ शीशा भर दे ऐसे भेद है भाई आर्यों के धन्नो गुरु
वेदों में ऐसा कहीं भी नहीं लिखा है।
@@JBGoyal-tf3jf शंकर भास्य,मनुस्मृति,पराशर स्मृति,धर्मसूत्र,सब में लाखा है,रामायण में तो राम ने शम्बुक शूद्र का गला ही काट दिया ,गीता, महाभारत सब SC,ST,और OBC के विरोध में है।
@@JBGoyal-tf3jf
वेद के दशम मंडल के पुरूष सुक्त में ही लिखा है शूद्र की उत्पत्ति पैर से है । फिर आगे का नाटक शुरू हुआ यानी वेद के आधार पर सभी धर्म ग्रंथ की रचना हुई।
, OBC और ST को अपने साथ मत घसीटो.. आरक्षण के सिवाय वे लोग आपसे सहमत हो वो जरूरी नहीं!
ऐसा तो वेदों में कही नही लिखा! पहले खुद पढ़ो, सुनी सुनाई बातो को अंतिम मत समज लो ! हर मन्वंतर के अलग अलग मनु हुवे है, पृथ्वी के प्रलय के वक्त जो बाइबल इत्यादि में नोहवा की कहानी है, वो मनु कि ही कहानी है..
भारत में लोग मुख से भी पैदा होते हैं।
मुख से पैदा होने का भावार्थ है कि जो अपने बुद्धि, सुस्वर व पवित्र शास्त्रों का उच्चारण करते हुए ब्राह्मणत्व को प्राप्त करें वो द्विज भी कहलाते हैं।
जन्म से कोई सामान्य होता है, पर अपने भन, बुद्धि, कर्म व वचन से अपनी विशिष्टता को प्राप्त करता है🙏
Muh se na jaane kaha kaha se paida hote.....men dake se, pasina se, darti se, sooraj se, anda se, vada yahi sikaata hai....onion, ginger garlik b...fir baad me logon me revolution huwa tho sex karke bacche paida kiya karne lage
वेद की पहली पांडुलिपि सन् 1469 ईस्वी में मिली है। इसका मतलब इसी समय के आस-पास वेदों की रचना हुई है। संस्कृत का मतलब है संस्कार की हुई भाषा। अर्थात किसी भाषा का संस्कार करके संस्कृत बनाई बनाई गई।
सर, मैं थोड़ा इसमें सुधार चाहुंगा कि वेद कि पहली पांडूलिपि 1469 कि नहीं, अपितु , 1464 A.D.कि हैं। जो, भारत सरकार ने Dossier के तौर पर UNESCO में दीया हैं।
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
Vo.sanskrat.bhasha.nhi.apitu.sanskriti.poonch.rhe.mtlb.sanskaro.per.chalna.arthat,sanskari.ko.murt.rup.dena.sanskaro.ko.aakar.de.
Aap ka gyan adhura hai. Aap ne Bible ka New Testament naya niyam ke bare may bataya hai. Old Testament bhi hai jise Purana Niyam kehte hai. Usko par lo, pata chal jayega kon se Pavitra Pustak sab se purani hai.
महाशय ,1.वेद की रचना किस सदी में हुई थी और इस का ऐतिहासिक प्रमाण क्या है?
2.वेद की रचना किस लिपि में हुई और इस का ऐतिहासिक प्रमाण क्या है?
आशा है प्रमाण के साथ उत्तर देंगे।
वेद जितना पुराना है उतनी पुरानी मनुष्य की सृष्टि है क्या ? उस काल में जब वेदों की खोज मानी गई है क्या भाषा संस्कृत थी आम जन की ? आर्य का मतलब विद्वान और अच्छे आदमी है तो यह एक उपाधि हुई ? फिर स्वयं तो उपाधि नही ली जाती ? आर्य उपाधि का धारण करना स्वयं कैसे सही है ? किस संस्था ने किस आधार पर आर्य उपाधि दिया किसी को ? यह देखना आवशयक है । खुद स्वयं को इदवान और अच्छा आदमी कहना तो अपनी पीठ थपथपाना हुआ ? जिज्ञासा का तर्क पूर्ण सार्थक समाधान किया जाए ।।
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
मनुस्मृति के अनुसार सभी लोग वेद नहीं पढ सुन सकते थे?
Ye to galat baat hai
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
श्रीमान योगेश भारद्वाजजी वेद का प्रमाणित साक्ष्य ही बता दीजिए कि कब लिखा गया।जो भारत सरकार द्वारा Unesco को प्रमाण के रूप में दीया गया। पाखंडवाद फैलाने से अच्छा है, लोगों कों तार्किक और वैज्ञानिक ज्ञान दीजिए। जिससे देश का भला हो।
अबे बेवकूफ विज्ञान भी बेदो से निकला है
आपने वेद पढ़े क्या वेद पढ़ो आपको वैज्ञानिक प्रमाण मिलेंगे।
@@TpBaliyanTpBaliyan ज्ञानी महोदय! आप इतनी शेखी बघार रहे हों, तो, आप ही बता दीजिए कि भारत सरकार ने UNESCO को जो Dossier दिया हैं, वह किस सदी का हैं। और वेद का पहला भाष्य किसने किया हैं
। तथा इसकी पांडूलिपि क्या हैं। तत्पश्चात, यदि बुद्धि हों, तो मुझसे तार्किक , वैज्ञानिक तथा पुरातात्विक आधार पर प्रमाण के साथ आपके सभी पाखंडवादी ,काल्पनिक धर्मग्रंथों पर डिबेट किजिए। आपके जितने भी ब्राह्मणवादी धर्मग्रंथ हैं, जैसे कि 4-वेद : ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद व अथर्ववेद। 6- शास्त्र, 18- पुराण, 108- उपनिषद, स्मृति, श्रृति, 300- प्रकार के रामायण, भगवद्गीता, महाभारत इत्यादि। बताएं। तैयार हो। आपका कोई भी शंकराचार्य अथवा भारत देश में आपका जो भी ज्ञानी व्यक्ति होगा, उसे भी लेकर आ जाव। किन्तु, सबूत और साक्ष्य के साथ।
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
🎉🎉🎉@@mehtabvaidhya5975
थोड़ा साइंस जर्नी पर लाइव जुड़े और अपने ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाएं
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
भाई एक बात अच्छी तरह समझ लो!
कुरान ग्रंथ नहीं है! इस्लाम मानने बालो की जीवन पद्धति ओर टाईम टेबल है!
जो लिखा या बोला है,उसका एक शब्द भी बदला नहीं जा सकता...
बाकी सभी ग्रंथ है!
जिसको पढ़कर, मनन चिंतन कर ,
आत्मा को सरसता के साथ समझा ओर सशरीर जिया जा सकता है!
कुरान दिमाग में निवास करती है
ग्रंथ दिल में!!
सभी को नमस्कार!!
Granth me kya likha hota he ??.?granth kise kahte he? ?? Aur dharm granth kise kahte he??? Quraan srif islaam manne walo ke liye jivan padhati he 😀ved srif sanskriti manne walo ke liye jivan padhati he 😄 magar Bible Sare manav jati ke liye he, Bible srishti karta Iswar ka bachan he 🙏.
राइटब्रदर अपने सही कहा
वेद ही सर्वोपरि है
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
Yathayogya Namaste 🙏 ji
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
संस्कृति संसकार् की जननी है हमारे संस्कारो से हमारी संस्कृति को समझा जा सकता है
ऐसी संस्कृति जिसमे इन्सानियत है ही नही
सर आपका धर्म संसार में सबसे नया धर्म है
और आपके वेद सब १४ वे या १५ वे सदी में बनाए हैं
सबूत दो वरना कृपया बक बक मत किया करे
धन्यवाद
वेद कुछ भी पुराने नहीं हैं ना ही संस्कृत भाषा और देवनागरी लिपि बहुत पुरानी है भारत मे प्राकृत और पाली भाषा ही पुरानी भाषा है वेद संस्कृत में हैं अत बहुत पुराने नहीं है
Ved puran 516 esa purav likhe gaye usake pahale baud desh tha dham lipi thi aarya videsi hai madhesiya se aaye the enhone apni sanskrati sthapit kar diya aap jhuth bol rahe ho shudro ka shishha ka adhikar nahi diya braman bahut jhuth bolta hai
भई साहब आपको अच्छी तरह से पता है कि भारत देश में मशहर होना है, पैसा बनाना है तो देश में धार्मिक अंधकार को बढ़ावा देना सही और शॉर्ट कट है ll
I am ex-hundu I love Jesus Christ ♥️
अब तू राक्षस बन गया
@@haripriyaharipriya9966👉 Jesus' ke pass ane ke bad, nafratiyo ko, dushmano ke valai ke liye prathana karna sikhta he. Rakchas to woh he, jo insaan ko pyar nahi karta he, nafrat karta he..
Tu sala rakhyas ho ke janam liya ,tera hindu me Jada rakhyas hote he .@@haripriyaharipriya9966
Chor ho to uska rachhas police hi hota hai
@@haripriyaharipriya9966घमंड मे न रहो। दोष मत लगा। आप भी खाते हो। वो भी खाता है। आप भी मरोगे, वो भी मरेगा। मरने के बाद दोनों को सजा होगी । इसका समाधान निकालो। मुर्खो से बैठकर मूर्ख मत बन।
मेरी बात मान - सच्चे सत्य पवित्र आत्मा (पाक रुह) का ग्यान ले।
आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री का भाई सालीग्राम गर्ग,सिगरेट,सराव पिता है,निरपराध ,आम लोगों वा ब्राम्हण महिलाओं को मार् पीट ,गाली गलोच करता है,तो समाज मे ये किस वर्ण मे मना जय।आचार्य जी किर्पया बताये।
सबसे पहले किसी भी ग्रंथ की भाषा और लिपि होती है कि वह किश भाषा मे लिखे हैं वही सबसे पुराना धर्म है गौतम बुद्ध से पहले सताईश् बुद्ध थे इसके प्रमाण खुदाई मे मिल रहे है बाकी किताबो मे करोड़ साल का लिखा होता है आज की बात भी अरबो साल की है लिख दे तो पचास साल बाद भी यही मानना पड़ेगा
Budh ho ya koi aur ke pass prithvi ka pahla insaan, pahla din,pahla saptah kaisa bana koi nahi janta he, yeh bat srif Bible Genesis 1 batata he. Isliye Bible pado to utpati itihaas sab pata chal jayega..
Wq7q612qqqqp
Aman_gautam_0144 ĺ
नमस्ते गुरू जी.
इतने अरब इतने करोड़ इतने 1000 बस एक बात मुझे बताइए कागज का निर्माण कबहुआ जो आपने बताएं है वेद पहले आया या कागज कौन से सन में कौन से सन में वेद
जय भीम
Namaskar aacharya ji itna badhiya samjhane wala Maine abhi tak nahi suna
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
Bodh dhama is oldest
Sahi mei Acharya Yogesh ji aap sakshat Rajiv Dixit ho
Aajkal Aarya Samaj me bhi bahoot swarthi aur kapati ,ahankaari log jyada hain.
फिर इस समाज मैं जाति प्रथा क्यों है अंग्रेज भी विदेशी थे क्या वह लोग अच्छे थे क्यों भागना पड़ा उन सभी को इस पर कोई वक्तव्य आप अवश्य दें
किसी बड़े एरिया विशेष मे रहने वाले लोगों का आचार-विचार, कार्य-व्यवहार, रहन-सहन, रीति-रिवाज, शिक्षा-संस्कार आदि के पालन के परिणाम का जो सामाजिक स्वरूप निकल कर आता है यही वहां की संस्कृति कहलाएगी, 24:00 इसीलिए तो हर देश या प्रदेश या भौगोलिक क्षेत्र की अलग-अलग संस्कृतियां और उनके नाम भी अलग-अलग हैॅ ।संछिप्त रूप मे कहे तो प्रकृति और सामाजिक समुच्चय का स्वरूप ही संस्कृति है।
वेद देव संसकृत मे है तो पढेगा कौन
*🇮🇳✝️🌷🌾💐🕯❤ कृषचिअनटी कोई जाति-धर्म नहीं बल्कि स्वर्गीय सौंदर्य और सुगंध है इसमें प्रेम, सत्य, विनम्रता, कोमलता, मानवता, पवित्रता, धर्मपरायणता, और सभी रूहानी उपहार शामिल हैं। आमीन🙏*
Good
ओ३म् ओ३म् ओ३म् ओ३म् ओ३म्
आर्य समाज के संतो ने तो यह भी कहा की मूर्ति पूजा व्यर्थ है ,क्यों नहीं हटवाते हो मन्दिरों को ये जम के दुकानें चला रहे हैं। ऐसी संस्कृति से क्या लाभ जिसमे जाति पातीं हो ऊंच नीच हो , कम संख्या में आए मुसलमानों और अंग्रेजो ने भारतीय का शोषण किया
Last Book of Bible written in the year 68-69 AD.
Earliest Book of Bible is not known.
🚩🙏🌹
समाज का जिवन शैली ही संसकृती है
Ginati ka awishkar kab hua ?
आचार्य जी बहुत ही अच्छा समझाया सुन्दर ढंग से धन्यवाद शुभकामनाएं नमस्ते ओ३म् ओ३म्
अगर आर्या का अर्थ गुणवान और अच्छे मनुष्य होते हैं तो लैटरिग साफ करने के लिए क्यों बोला है। और आप जो मुर्ख शब्द का इस्तेमाल कर रहें हैं ये आप के गुण और ज्ञान का परिचय देता है।
इनके जैसे गुणवान व्यक्ती बनने मे तुमको दूसरा जन्म लेना पड़ेगा
लगता है जो निम न किस्म के शुद्र होते है वो आप ही हैं
ये सक्षम क्या है?
कितने दिन हो गए?
जूते खाए।
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
Sanskriti is amalgam of Literature, Food, Music, Art, Dress, Political view and Philosophy.
Apni 66 pidi ka naam bata de bhai
झूठ पर झूठ बोले जा रहा है समानता की बातकर तेरे वर्णों का एक ऐसा महल है जो नीचे से ऊपर नहीं जा सकता ऊपर से नीचे नहीं आ सकता और बीच का बीच में रहता है ऐसे वर्ण महल को आग लगा दी जाए
Ariyia sofdoha /words kahaa she Ayia hai,konsaa dharma se Aur kon saa bassa /languese se ayia hai,sir pls expline me details l live in India Arunachal pradesh Dist changlang p.o Diyun.
Bhodh sanskrati bhart ki prachin sanskrati hai
श्रेष्ठतम।
पुर्णतया सत्य वचन।
काश हिन्दू समाज अपने सृष्टि ज्ञान को जानकर पुरे विश्व को अमृत रुपि ज्ञान के प़काश से प़काशित कर दे 👍👏
3% ब्राह्मण लोगो के लिये है
8 vi sadi me ved aaya bharat me iran se
Sadar Namaste Acharya Ji ! Awesome speech , quite logical , very effective, very convincing . Thanks a lot with gratitude for your informative speech.
🙏🙏🙏🙏 namaste acharya ji
As per UNESCO, VED was written in the 15th century, our Govt. given in writing to UNESCO.
भगवान के नाम पर ए भाई साहब अपना एजेंडा सेट कर रहे है ll
વાહ....
Bakwas se jyada kuchh nhi
Kainn kainn miy bhigvint hiy
Jay Shri radhe❤
Radhe shabd to किसी ग्रंथ। में लिखा नही है
Jesi sangat vesi Rangat
बाइबल के प्रति तो कह सकता हूं कि गुरू के शब्द हैं।
JESUS is LORD❤
कितने किताब पार जिसने जन्म दिया बिस्तर वाही धोती सांग वाही खेली दुल्हन वाही बानी शारीया यात्रा वाही तार किया
Sab log yoni se paida hote hai Brahman mukh se kaise paida hua?
Guruji to Bulb ko Thomos alva Edison se pahele koun khoja
मनुवादी ब्राह्मणों की संस्कृति जातिवाद पर आधारित है जो कि वर्ण व्यवस्था कहलाते हैं!
सादर नमस्ते आचार्य जी महाराज कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🏵️🏵️🌹❤️❤️🌹💐🏵️🙏🙏🌷🌷
Aap ka calendar me Jesus ka nama kiun lete ho?
हमारे पूर्वजों द्वारा दी गई परंपराओं व सभ्यता को ही संस्कृति कहते हैं।
Jai Shri Ram
I love jisus
Ved melikhha hai ke bharma ke mukh se kstrya bhao se vaisya pet se sudra pair se paida huyai to Aaj vo sanskarti. Koi nahi
Acharan
Bible isa Masih ke pahle thi
Manavta ke sanskar denewali bhasha Sanskrat hai.isi ko sanskriti kahte hai.
Great Logic Acharyaji ❤
हमको तो ए पता है ,की भारत देश पहचान कोई भी देवी देवताओं से नहीं होती ll
Ap bharaman ka karya kar rahe ho
Acharya jee koi bhee pustak ishwarye nahi
धन्यवाद। अतीसुन्दर
वेद पढ़े पर भेद ना जाने बाँचे पुराण अठ्ठारह
पत्थर की पूजा करे भूले सृजन हारा
रहन सहन, खान -पान, पूजा -पदधती संस्कृति कहलाती है।
योगेश जी ❤
Wah ladka aaj kaha hai
यह काल गणना बराह मिहिर की बृहत्संहिता में साफ साफ वर्णित है।
Yangon , Myanmar mai Dr Om Prakash jee raj achai insaan they , he was Brahman
On record buddh se purana itihas kisi ka nhi .
Budh ho ya koi aur ke pass prithvi ka pahla insaan, pahla din,pahla saptah kaisa bana koi nahi janta he, yeh bat srif Bible Genesis 1 batata he. Isliye Bible pado to utpati itihaas sab pata chal jayega..
Bible rachaiyat koun hei?
बहुत ही अच्छा और विद्वता पूर्ण विश्लेषण तथा प्रवचन।
वेद पढ़े बिना विप्र कहावै सपरिवार नरक में जावै।। आचार्य जी को सादर नमस्ते। आर्य पुत्र।।
Ye bhi galat hai
@@user-ni9ye7gh2hyyyy!
कोई ऐसा ज्ञान बताओ जिससे सारे मनुष्य को सुखी जीवन मिले और अपनी इच्छा के अनुसार अपना जीवन जी सके ऐसी व्यवस्था के बारे में अगर आपको कुछ पता हो तो बताओ वरना यह पाखंडवाद बंद करो
Ek insan kisina kisi tarah sudra hota hai,
Ek bramhan apna pita ji ka ya guru ji ka seba karta hai usko kia mante hai...?
Good
आर्यो ने मनुस्मृति की रचना किया जो आज गलत साबित हुआ
Bhagvan ka bap kon hai ?
आचार्य जी सादर नमस्ते
क्या हमें आपका मोबाइल नंबर मिल सकता है?
ओउम् आचार्य श्री कोति कोटि प्रणाम अति आनंद प्रभु जी 🎉🎉🎉🎉🎉🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏 वेद भगवान की जय यज्ञ भगवान की जय नमस्ते
यिन से निकास नहि निकल्ता
Sir mujhe aisa kyun lag raha hai ki aa science journey waale bhaiya hain
Chirin spirsh
Cast is determined by birth
ARYA SAMAJ AMAR RAHE
MAHARISHI SWAMI DAYANAND SARASWATI JI AMAR RAHE
अति सुंदर और प्रेरणा दायक
AAP ho
धन्यवाद जययोगेश्वर आचार्य बहुत बहुत बधाई
ब्राहमण शास्त्र.
जिनको ब्राहमणो ने लिखा ब्राहमणो ने बांचा
ब्राहमण हित को सर्वोपरि रखा
बिल्कुल भी बिना जांच पडताल के स्वीकार्य नही है क्योकि ब्राहमण कभी भी सत्य व न्यायिक प्रवृति के नही होते है
सत्य यह है कि देवनागरी लिपी और संस्कृत बमुशकिल आठ सौ वर्ष पुरानी है
शोर मचाते है हजारों लाखों वर्ष पुराना होने का
भारत के स्वर्णिम युग के इतिहास को तबाह करने वाला यही समाज रहा है
Ap chahe to affidavit kara kar apna title change karwa sakte h